Thursday, April 30, 2020

हमें कोविड के साथ रहना और जिना सीखना होगा. Living with Corona Covid. C

हमें अब कोविड -19 साथ ही रहना सीखना होगा. Live with Corona- Covid-19. Covid is here to stay longer.


क्या कोविड -19 वायरस लंबे समय तक हमारे साथ रहेगा? क्या हमें अब इसके साथ ही रहना सीखना होगा?
क्या हमारा हर बार का "कोल्ड एंड फ़्लू सीजन" अब "कोल्ड एंड फ़्लू एंड कोविड -19 सीज़न" हो सकता है?

पिछले कई सालो में हमने ऐंसे वायरसोंके साथ जीना सीखा है जो हमारे श्वासतंत्र पर अचानक हमला करके हमें मौत के मुहं तक ले जा सकते हैं- जैसे स्वाइन फ्लू, 4 से अधिक कोरोना वायरस, और अन्य मानव श्वसन वायरस और वे अभी भी हमारे साथ मे हैं। आपको ये जान के हैरानियत होंगी की डब्लू. एच. ओ. (WHO) (Ref 1) के हिसाब से हर साल (Annual epidemics) पुरे विश्व मे सिजनल इंफ्लूएन्झा (Seasonal Influenza-Flu) से 290000 से 650000 लोगों कि मौत होती है. 2017-2018 के सर्दी (Winter) के सीजन मे अकेले यु. एस. (US) मे 61000, इटली मे 17000 से ज्यादा, और भारत मे 1128 लोगों कि सिजनल इंफ्लूएन्झा से मौत हुई थी (Ref 2, 3, 4). और ऐसा हर साल के सीजन मे होता है. और फिर भी हम इनके साथ सालोसे जी रहे है. तो क्या हमें कोविड -19 के साथ भी जीना सीखना होगा?
हार्वर्ड एपिडेमियोलॉजी के प्रोफेसर मार्क लिपिसिच ने कहा है कि दुनिया की लगभग 40 से 70 प्रतिशत आबादी अगले साल तक कोविड -19 वायरस से संक्रमित हो जायेगी. (उदा: जैसे इंफ्लूएन्झा (स्वाईन फ्लू) के साथ हम ऐसा ही होता हुआ देख चुके है)। लेकिन साथ ही वे यह भी दृढ़ता से कहते हैं कि इसका मतलब यह नहीं है कि हर किसी को इससे गंभीर बीमारी होगी या मौत का खतरा होगा. उनमें से ज्यादातर को कोई लक्षण ही नहीं रहेंगे या फिर बहुत हल्की बीमारी होंगी, और इस तरह वायरस तो फैलता ही रहेगा (Ref-5)।
डब्ल्यू एच ओ (Ref-6) और ब्रिटिश मेडिकल जर्नल (Ref-7) में हाल ही मे प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, कोविड -19 वायरस से संक्रमित 80% लोगों में बिमारी के कोई लक्षण नहीं पाये जा रहे हैं. भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के महानिदेशक श्री. बलराम भार्गव,  (Ref-8)  ने भी इस पर अपनी सहमती दि हैं
ज्यादातर लोगों में कोविड के कारण लक्षण नहीं दिखाई देते हैं या कम आते हैं, इससे ये साबित होता है कि इस वायरस कि घातकता (खतरा- virulence) बहुत कम है।
यांनी, जिस तरह से पिछली विश्वव्यापी महामारीयों में कई लोग नहीं जानते थे कि वे वायरस से संक्रमित हुये हैं, क्योंकी उनमे बिमारी के लक्षनों की कमी थी या सिर्फ हल्के फ्लू जैसे लक्षण थे; उसी तरह, ज्यादातर लोगों को इस बार भी पता नहीं चलेंगा कि कोविड ने उन्हें संक्रमित किया है। और कोविड उसी तरह फैलेंगा जैसे ये पिछले वायरस अब हर जगह फैल चुके है।
द लांसेट मेडिकल जर्नल में 29.02.2020 (Ref-9) की प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार कोविड- 19 से संक्रमित मगर रोग के लक्षण न दिखाने वाले लोगों का पहले से ही व्यापक रूप से फैलाव हो चुका है, इसलिए आगे आनेवाले सालों में बडे शहरों में कोविड- 19 का स्वतंत्र संक्रमण बार-बार देखणे में आ सकता है (जैसे कि फ्लू के साथ हो रहा है)।
टॉम जेफरसन (An epidemiologist and honorary research fellow at the Centre for Evidence-Based Medicine at the University of Oxford) ने ब्रिटिश मेडिकल जर्नल मे बताया हैं की अगर कोविड-19 के ऐसे लक्षण न रहने वाले लोगों मे से अगर सिर्फ 10% लोग बाहर हैं, तो इसका मतलब है कि वायरस हर जगह फैल चुका है। इसका मतलब हमने जबसे कोविड के फैलाव को समझना शुरू किया उसके बहोत पहलेसे हि (यांनी लंबे समय से) यह वायरस लोगों में घूम रहा था. इसलिए, इस संभावना से इनकार नही किया जा सकता की एक बहुत बड़ी आबादी पहले से ही कोविड-19 से संक्रमित हो चुकी हैं। टॉम जेफरसन ने यह भी कहा कि, यदि इतने सारे लोग पहले से ही संक्रमित हैं, तो लॉकडाउन पर सवालिया निशान पैदा होता हैं? (Ref-10)।

भारत जैसे बड़ी आबादी वाले देश में कोविड-19 से संक्रमित बिना लक्षण वाले लोगों को खोज पाना और क्वारंटाइन करणा न केवल कठिन है, बल्कि असंभव है.
विशेषज्ञों के अनुसार, कोविड -19 संभवतः पहले से मौजूद मानव श्वास रोगों के वायरस सेट का एक स्थायी हिस्सा होगा। (Ref -11 और 12)।
इंसानों में अभी तक पहले से मौजूद चार कोरोना वायरसों के लिए लंबे समय तक प्रभावी प्रतिरक्षा (इम्युनिटी) अभी तक विकसित नहीं हो सकी हैं। इसलिये विशेषज्ञों का मानना है कि अगर कोविड -19 भी पिछले कोरोना वायरसेस का ही अनुसरण करता है और इसी तरह फैलना जारी रखता हैं तो आगे से सभी हमारे "कोल्ड और फ्लू के मौसम" अब "कोल्ड और फ्लू और कोविद-19 मौसम/सीज़न" हो सकते है।(Ref-13)
विशेषज्ञों के इस अनुमान के बाद अब ऐसा लगने लगा हैं की कोविड -19 वायरस यहां लम्बे समय तक रहने के लिए आया है। इसलिए, जैसे हमने पहले आ चुके 4 से अधिक कोरोना वायरस, स्वाइन फ्लू और अन्य श्वासरोग वायरसों के साथ रहना और जिना सिख लिया है वैसे ही कोविड-19 के साथ रहना और जिना सिखना पडेंगा।  
यदि हम पिछले महामारीयों पर नजर डालेंगे तो समझ पायेंगे कि कोई नया वायरस स्वयं ही निर्धारित करता है कि उसे आपके साथ कितने समय तक रहना हैं. हमारा दुर्भाग्य हैं कि मानव यह समय निर्धारित नहीं कर सकता।
संकलन:
डॉ। इंद्रजीत खांडेकर
प्रोफेसर। फोरेंसिक विज्ञान विभाग, एमजीआईएमएस सेवाग्राम।
For further details please click the blog link https://drilkhandekar.blogspot.com/
References:

1.       Influenza (Seasonal). 6 November 2018. WHO. https://www.who.int/news-room/fact-sheets/detail/influenza-(seasonal)
2.       Estimated Influenza Disease Burden, by Season — United States, 2010-11 through 2018-19 Influenza Seasons https://www.cdc.gov/flu/about/burden/index.html?CDC_AA_refVal=https%3A%2F%2Fwww.cdc.gov%2Fflu%2Fabout%2Fdisease%2Fus_flu-related_deaths.htm
3.       National Centre for Disease Control, Ministry of Health & Family Welfare. Govt of India. https://ncdc.gov.in/index4.php?lang=1&level=0&linkid=119&lid=276 
4.       Loksabha Question- Answers http://164.100.24.220/loksabhaquestions/annex/173/AU3422.pdf
5.       You’re Likely to Get the Coronavirus. Most cases are not life-threatening, which is also what makes the virus a historic challenge to contain. The Atlantic. FEBRUARY 24, 2020 https://www.theatlantic.com/health/archive/2020/02/covid-vaccine/607000/
6.       WHO Coronavirus disease 2019 (COVID-19) Situation Report – 46 (06.03.2020) https://www.who.int/docs/default-source/coronaviruse/situation-reports/20200306-sitrep-46-covid-19.pdf?sfvrsn=96b04adf_2
7.       Covid-19: four fifths of cases are asymptomatic, China figures indicate. BMJ 2020;369:m1375 doi: https://doi.org/10.1136/bmj.m1375 (Published 02 April 2020) https://www.bmj.com/content/369/bmj.m1375?=&utm_source=adestra&utm_medium=email&utm_campaign=usage&utm_content=daily&utm_term=text
9.       Joseph T Wu, Kathy Leung, Gabriel M Leung. Nowcasting and forecasting the potential domestic and international spread of the 2019-nCoV outbreak originating in Wuhan, China: a modelling study. Lancet 2020; 395: 689–97. https://www.thelancet.com/journals/lancet/article/PIIS0140-6736(20)30260-9/fulltext
10.    Covid-19: four fifths of cases are asymptomatic, China figures indicate. BMJ 2020;369:m1375 doi: https://doi.org/10.1136/bmj.m1375 (Published 02 April 2020)
11.    New Coronavirus May Circulate Forever as a Seasonal, Endemic Pathogen, Experts Fear https://www.sciencealert.com/the-new-coronavirus-could-circulate-forever-says-experts
13.    You’re Likely to Get the Coronavirus. Most cases are not life-threatening, which is also what makes the virus a historic challenge to contain. The Atlantic. FEBRUARY 24, 2020 https://www.theatlantic.com/health/archive/2020/02/covid-vaccine/607000/




Sunday, April 26, 2020

Claims of Covid-19 and Swine flu origin (Laboratory/ artificial or Natural)

Like #Covid-19, there were claims that the swine flu (H1N1) pandemic virus of 2009 may have evolved in a #laboratory, not in nature.
So, The World Health Organization and leading influenza research groups were investigating the said claims in 2009. The first case of Pandemic swine flu virus was reported in California/ Mexico. Please read the news items published in 2009.
1) WHO, flu experts looking into claim H1N1 Swine flu evolved in lab, not nature. https://www.globalresearch.ca/who-flu-experts-looking…/13589
2) WHO, flu experts looking into claim swine flu evolved in lab https://www.cbc.ca/…/who-flu-experts-looking-into-claim-swi…
3) https://www.ctvnews.ca/…/experts-looking-into-claim-h1n1-ev…
#coronapandemic#coronafighers

Saturday, April 25, 2020

कोविड-19 विषाणू आपल्या सोबत बराच काळ/ सैदैव राहील का? Will #Covid-19 will remain with us longer/ forever? Learn to Live with covid ! आपल्याला कोविड-19 सोबत जगणे शिकावे लागेल का?

याआधी येऊन गेलेल्या ४ पेक्षा जास्त कोरोना विषाणू, स्वाईन फ्लू तसेच इतर मानवी श्वसनजन्य विषाणू सोबत आपण जगणे शिकलो आहोतच ना ! मग या सोबत जगणे पण शिकावे लागेल का?
हार्वर्ड एपिडेमिओलॉजीचे प्राध्यापक मार्क लिपिसिच म्हणाले की येत्या वर्षभरात जगभरातील जवळपास 40 ते 70 टक्के लोकांना कोव्हीड-19 विषाणूची लागण होईल. परंतु त्यांनी जोरदारपणे स्पष्टीकरण दिलेयाचा अर्थ असा नाही की सर्वांना गंभीर आजार होतील. ते म्हणाले, “बहुधा अनेकांना सौम्य आजार असेल किंवा कुठलीही लक्षणे नसतील.” ते पुढे म्हणाले की पण हा विषाणू सर्वत्र पसरतच जाईल (Ref-1).

डब्ल्यू. एच. ओ. (Ref-2) नुसार तसेच ब्रिटीश मेडिकल जर्नल (Ref-3) मध्ये प्रकाशित झालेल्या अभ्यासानुसार कोव्हीड-19 विषाणूची लागण झालेल्या 80% लोकांना कुठलीही लक्षणे नाहीत. इंडियन कौन्सिल ऑफ मेडिकल रिसर्चचे (आयसीएमआर) महासंचालक बलराम भार्गव यांनी सुद्धा यावर असेच भाष्य केले आहे (Ref-4).
म्हणजेच ज्याप्रकारे आधी येऊन गेलेल्या साथी मध्ये बऱ्याच लोकांना कळले नाही की साथीच्या विषाणूची आपल्याला नकळत लागण होऊन गेली होती (लक्षणे न दिसल्यामुळे किंवा सौम्य लक्षणे उद्भवल्या मुळे) त्याचप्रकारे कोविड ची आपल्याला लागण होऊन गेली आहे हे सुद्धा बऱ्याच लोकांना कळणार नाही. आणि ज्या प्रकारे आधीचे असे विषाणू सर्वत्र पसरलेले आहे त्याच प्रकारे कोविड ही पसरेल.

कोविड मुळे इतक्या लोकांना लक्षणे निर्माण न होणे यावरून हे समजते की ह्या विषाणूची घातकता खूप कमी आहे.
म्हणजेच ज्याप्रकारे आधी येऊन गेलेल्या साथी मध्ये बऱ्याच लोकांना कळले नाही की साथीच्या विषाणूची आपल्याला नकळत लागण होऊन गेली होती (लक्षणे न दिसल्यामुळे किंवा सौम्य लक्षणे उद्भवल्या मुळे) त्याचप्रकारे कोविड ची आपल्याला लागण होऊन गेली आहे हे सुद्धा बऱ्याच लोकांना कळणार नाही. आणि ज्या प्रकारे आधीचे असे विषाणू सर्वत्र पसरलेले आहे त्याच प्रकारे कोविड ही पसरेल.
कोविड मुळे इतक्या लोकांना लक्षणे निर्माण न होणे यावरून हे समजते की ह्या विषाणूची घातकता खूप कमी आहे.
लांसेट (Lancet Medical Journal) मध्ये 29.02.2020 ला प्रसिद्ध झालेल्या अभ्यासानुसार (Ref-5) लक्षणे नसलेल्या कोविड 19 रुग्णांचा आधीच खूप फैलाव (निर्यात) झाला असल्यामुळे जागतिक स्तरावर मोठ्या शहरांमध्ये कोविड 19 चा स्वतंत्र स्वावलंबी उद्रेक अपरिहार्य होऊ शकतो.
Tom Jefferson (An epidemiologist and honorary research fellow at the Centre for Evidence-Based Medicine at the University of Oxford) हे ब्रिटीश मेडिकल जर्नल मध्ये म्हणाले कि असे लक्षणे नसलेल्या कोविड 19 व्यक्ती 10% जरी बाहेर असतील तर याचा अर्थ असा होतो कि हा विषाणू सर्वत्र आहे. ते परत म्हणाले कि यामुळे आपण जेव्हा पासून समजत होतो त्याच्या खूप आधीपासूनच हा विषाणू लोकांमध्ये फिरत होता आणि त्यामुळे खूप मोठ्या लोकसंख्येला याची आधीच लागण झाली असेल हि शक्यता नाकारता येत नाही. जर इतक्या लोकांना आधीच लागण झाली असेल तर मग लॉकडाऊन वर प्रश्न चिन्ह निर्माण होतात? असे Tom Jefferson म्हणाले (Ref-6).
लक्षणे नसलेल्या कोविड 19 रुग्णांना/लोकांना एवढ्या जास्त लोकासंख्येमधून ओळखणेव त्यांना विलगीकरण  करणे हे आपल्या सारख्या लोकसंख्या खूप असलेल्या देशातील यंत्रणेला खूप कठीणच नाही तर अशक्य आहे. व अशी लक्षणे नसलेल्या कोविड 19 व्यक्ती पहिली केस नोंद होण्याच्या आधीच सर्वत्र पसरलेल्या असतात. त्यामुळे तज्ञ असे म्हणतात कि जे विषाणू जास्त लोकांमध्ये लक्षणे निर्माण करत नाहीत किंवा कमी लक्षणे निर्माण करतात त्या विषाणूचा फैलाव होतच राहतो.   
तज्ञांच्या मते बहुदा कोविड-19 हा याआधी अस्तित्वात असलेल्या मानवी श्वसनजन्य विषाणूच्या संचाचा एक कायमचा भाग होईल. (Ref-7 & 8).
आधीपासून अस्तित्वात असलेल्या चार कोरोना विषाणूसाठी अजूनही लोकांना दीर्घकाळ टिकणारी प्रतिकारशक्ती विकसित झाली नाही. जर कोविड-19 ने या आधी आलेल्या कोरोना विषाणूचे  अनुसरण केले व आता जसा फैलाव होत आहे तसाच फैलाव झाला तर आपला “कोल्ड आणि फ्लू सीझन” “कोल्ड आणि फ्लू आणि कोविड 19 सीझन” होऊ शकतो असे तज्ञांना वाटते (Ref-9).
यावरून हा अंदाज बांधता येऊ शकतो कि कोरोना व्हायरस येथे राहण्यासाठी आला आहे. म्हणून आपण याआधी येऊन गेलेल्या ४ पेक्षा जास्त कोरोना विषाणू तसेच स्वाईन फ्लू व इतर मानवी श्वसनजन्य विषाणू सोबत जसे जगायला शिकलो तसेच यासोबतही आता जगणे शिकावे लागेल असे तज्ञांना वाटते.
आधीच्या आलेल्या साथींचा जर अभ्यास केला तर तज्ञाच्या मते साथीच्या विषाणूंनी आपल्यासोबत किती काळ राहावे याची वेळ विषाणू स्वतः निश्चित करीत असतोदुर्दैवाने आपण नाही.
संकलन:
डॉ. इंद्रजीत खांडेकर
प्राध्यापक. न्यायवैद्यक शास्त्र विभाग, MGIMS Sewagram.
For further details please click the blog link https://drilkhandekar.blogspot.com/

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References:
1.       You’re Likely to Get the Coronavirus. Most cases are not life-threatening, which is also what makes the virus a historic challenge to contain. The Atlantic. FEBRUARY 24, 2020 https://www.theatlantic.com/health/archive/2020/02/covid-vaccine/607000/
2.       WHO Coronavirus disease 2019 (COVID-19) Situation Report – 46 (06.03.2020) https://www.who.int/docs/default-source/coronaviruse/situation-reports/20200306-sitrep-46-covid-19.pdf?sfvrsn=96b04adf_2
3.       Covid-19: four fifths of cases are asymptomatic, China figures indicate. BMJ 2020;369:m1375 doi: https://doi.org/10.1136/bmj.m1375 (Published 02 April 2020)
5.       Joseph T Wu, Kathy Leung, Gabriel M Leung. Nowcasting and forecasting the potential domestic and international spread of the 2019-nCoV outbreak originating in Wuhan, China: a modelling study. Lancet 2020; 395: 689–97. https://www.thelancet.com/journals/lancet/article/PIIS0140-6736(20)30260-9/fulltext
6.       Covid-19: four fifths of cases are asymptomatic, China figures indicate. BMJ 2020;369:m1375 doi: https://doi.org/10.1136/bmj.m1375 (Published 02 April 2020)
7.       New Coronavirus May Circulate Forever as a Seasonal, Endemic Pathogen, Experts Fear https://www.sciencealert.com/the-new-coronavirus-could-circulate-forever-says-experts
8.       Could We Be Living With COVID-19 Forever? https://www.discovermagazine.com/health/could-we-be-living-with-covid-19-forever
9.       You’re Likely to Get the Coronavirus. Most cases are not life-threatening, which is also what makes the virus a historic challenge to contain. The Atlantic. FEBRUARY 24, 2020 https://www.theatlantic.com/health/archive/2020/02/covid-vaccine/607000/

#Covidpandemic #coronapandemic #coronafighters #covidlife 


Friday, April 24, 2020

#कोविड_19_विषाणूची_लागण_झालेल्या_लोकांची_वास्तविक_संख्या आपल्याला #केव्हा_कळेल? When we will get to know about actual % of population infected with Covid-19?

हे जाणून घेण्यासाठी आपल्याला याआधी येऊन गेलेल्या अश्या साथींचा अभ्यास करावा लागेल.
यासाठी आपण 2009- 2010 मध्ये आलेल्या स्वाईन फ्लूच्या (novel H1N1) साथीचे उदाहरण घेऊ.
जर आपण #सरकारी_नोंदींकडे गेलो तर त्यानुसार 2009 आणि 2010 मध्ये प्रयोगशाळेने पुष्टी केलेली स्वाईन फ्लू विषाणूची लागण झालेली प्रकरणे केवळ 47840 होती. परंतु जेव्हा 2009-2010 मध्ये आलेल्या इन्फ्लूएन्झा- स्वाईन फ्लूच्या साथीच्या नंतर भारत देशासह १९ देशा मध्ये डब्लू. एच. ओ. द्वारा सेरोलॉजीकल-सर्वे- #Population_surveillance (म्हणजे विषाणूच्या अँटीबॉडीज बघण्यासाठी लोकांच्या सीरम-रक्ताची चाचणी) च्या आधारे मेटा-अनालिसिस (विश्लेषण) केले गेले होते त्यानुसार वास्तविक मध्ये स्वाईन फ्लू विषाणूची लागण झालेल्या लोकांची संख्या सरकारने प्रयोगशाळेद्वारे पुष्टी केलेल्या प्रकारनापेक्षा खूप जास्त दिसून आली. #डब्लू_एच_ओ च्या या सर्वे नुसार, साथीच्या पहिल्या वर्षाच्या दरम्यान भारतासह 19 देशांमधील जवळपास 20-27 % लोकसंख्येला स्वाईन फ्लू विषाणूची लागण झाली होती.
म्हणजे या संशोधनानुसार भारतातील सुमारे 25 कोटी 40 लाख ते 34 कोटी 29 लाख लोकांना (त्या वेळी भारतीय लोकसंख्या सुमारे 127 कोटीनुसार) साथीच्या पहिल्या वर्षी स्वाईन फ्लू विषाणूची लागण झाली होती.
#मग_प्रश्न_हा_निर्माण_होतो की साथीदरम्यान प्रयोगशाळेमध्ये पुष्टी केलेल्या #विषाणूची_लागण_झालेल्या प्रकरणांचा #सरकारी_आकडा इतका #कमी_का_दिसतो ?
#तज्ञांच्या मते वास्तविक मध्ये विषाणूची लागण झालेल्या लोकांच्या संख्येपेक्षा साथीदरम्यान प्रयोगशाळेमध्ये पुष्टी केलेल्या प्रकरणांच्या कमी संख्या असण्याला वैद्यकीय कारण आहे. उर्वरित आधीच संक्रमित बहुतेक लोकांना लक्षणे नसल्यामुळे किंवा कदाचित किरकोळ लक्षणे असल्यामुळे व त्यांना रुग्णालयात येण्याची किंवा भरती होण्याची गरज न पडल्यामुळे त्यांची साथीच्या दरम्यान तपासणी करण्यात आली नसते. म्हणजेच खूप जास्त लोक संक्रमित होऊन नकळत बरे पण झाले असतात पण त्यांची साथीच्या वेळी तपासणी झाली नसल्यामुळे त्यांना माहित सुद्धा नसते कि आपल्याला साथीच्या काळात सदर विषाणूची ची लागण झाली होती.
तज्ञ म्हणतात की यावरून हे लक्षात येते की इतक्या जास्त लोकांना लागण होऊन ही यात जास्त घाबरण्यासारखे_नसते, कारण जास्त लोकांना हा विषाणू लक्षणे उत्पन्न करीत नाही किंवा किरकोळ लक्षणे निर्माण करतो. व #कोरोना मध्ये पण लागण झाली असेल तरीही 80% लोकांना लक्षणे उत्पन्न होत नाही व खूप कमी लोकांना गंभीर लक्षणे निर्माण होतात.

घाबरण्याचे कारण जास्त तेव्हा असते जेव्हा विषाणूची लागण झालेल्या प्रत्येक व्यक्तीला गंभीर लक्षणे निर्माण होतात.
तसेही तज्ञांच्या मते #साथ_सुरु_असतांना बहुतांश #प्रकरणांची_प्रयोगशाळेमध्ये_पुष्टी करणे #अव्यवहार्य_असते कारण साथीच्या वेळेस सर्व यंत्रणेचे लक्ष हे गंभीर असलेल्या रुग्णांना योग्य ते उपचार देणे व मृत्यू कमी करणे ह्या महत्वाच्या कार्याकडे असते.
तज्ञांच्या मते स्वाईन फ्लू प्रमाणेच जेव्हा कोरोना साठी सेरोलॉजीकल-सर्वे (Population surveillance) वर आधारीत मेटा-विश्लेषण केले जाईल तेव्हा या कोरोना साथीच्या सर्वप्रथम लहरी मध्ये अंदाजे किती लोकांना वास्तविक मध्ये कोरोनाची लागण झाली होती याची टक्केवारी मिळेल. तोपर्यंत आम्हाला केवळ प्रयोगशाळेमध्ये पुष्टी केलेल्या घटनांची संख्या मिळेल आणि वास्तविक लागण झालेल्या लोकसंख्येच्या टक्केवारी मिळणार नाही.
तज्ञांच्या मतानुसार, कोरोना ची वास्तविक मध्ये किती लोकांना लागण झाली आहे हे बघण्यासाठी संबधित यंत्रणा, डब्लू.एच.ओ व तज्ञ मंडळी साथ निघून गेल्यानंतर सेरोलॉजीकल-सर्वे (Population surveillance) व इतर सर्वे करतील व त्यावरून पुढे जर अशी साथ आली तर काय काय उपाययोजना करणे योग्य राहील याचा उहापोह संबधित यंत्रणा व तज्ञ करतील.
#संकलन: डॉ इंद्रजीत खांडेकर
प्राध्यापक, न्यायवैद्यक तज्ञ.
2) National Centre for Disease Control, Ministry of Health & Family Welfare. Govt of India. https://ncdc.gov.in/index4.php…
3) Van Kerkhove MD, Hirve S, Koukounari A, Mounts AW H1N1pdm Serology Working Group. Estimating age-specific cumulative incidence for the 2009 influenza pandemic: a meta-analysis of A(H1N1)pdm09 serological studies from 19 countries. Influenza Other Respir Viruses. 2013 Sep; 7(5):872-86.
4) Charles Patrick Davis, MD, PhD. Swine Flu (Novel H1N1 Influenza and H3N2v). emedicinehealth. https://www.emedicinehealth.com/swine_flu/article_em.htm…
5) Seroprevalence to Influenza A(H1N1) 2009 Virus—Where Are We? Eeva Broberg, Angus Nicoll, Andrew Amato-Gauci Clin Vaccine Immunol. 2011 Aug; 18(8): 1205–1212. doi: 10.1128/CVI.05072-11 PMCID: PMC3147351. Available on https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3147351/
6) Also see. Study puts global 2009 pandemic H1N1 infection rate at 24%. Centre for Infectious Disease Research and Policy. University of Minnesota. https://www.cidrap.umn.edu/…/study-puts-global-2009-pandemi…
7) Murhekar Manoj, Mehendale Sanjay. The 2015 influenza A (H1N1) pdm09 outbreak in India. Indian J Med Res. 2016 Jun; 143(6): 821–823 https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC5094123/
8) WHO Coronavirus disease 2019 (COVID-19) Situation Report – 46 (06.03.2020) https://www.who.int/docs/default-source/coronaviruse/situation-reports/20200306-sitrep-46-covid-19.pdf?sfvrsn=96b04adf_2
9) Covid-19: four fifths of cases are asymptomatic, China figures indicate. BMJ 2020;369:m1375 doi: https://doi.org/10.1136/bmj.m1375 (Published 02 April 2020) https://www.bmj.com/content/369/bmj.m1375?=&utm_source=adestra&utm_medium=email&utm_campaign=usage&utm_content=daily&utm_term=text